5,530
Meerapur Durga Puja
Meerapur Barwari Durga Puja Committee, D.A.V. Inter College, Meerapur Allahabad. The best Durga Puja of Allahabad.
3 days ago
Celebrate MahaNavami @MeerapurDurgaPuja.Comहिंदू धर्म में नवरात्र की अवधि महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ बेहद पवित्र भी मानी गई है। माना जाता है कि इस पावन अवधि में आदिशक्ति के नौ रूपों की आराधना करने से साधक के सभी दुख-दर्द दूर होने लगते हैं। इन नौ दिनों में से अष्टमी और नवमी तिथि को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। लोग नवरात्र व्रत का समापन अष्टमी अथवा नवमी तिथि पर पूजन करके करते हैं।#navratri2024, #navratri, #navratrifestival, #navami
... See MoreSee Less
3 days ago
मनाइए श्री राम जन्मोतस्व @MeerapurDurgaPuja.Comराम नवमी : मान्यताओं के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन ही कौशल्या नंदन भगवान राम ने धरती पर जन्म लिया था। राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे। सहस्त्र नाम तत्तुन्यं राम नाम वरानने।।#ramnavami2024, #ramnavami, #Ram, #rammandir
... See MoreSee Less
6 days ago
Celebrate Noboborsho 1431 (নববর্ষ ১৪৩১) @MeerapurDurgaPuja.ComPohela Boishakh (Beginning of Bengali New Year) is the first day of the Bengali calendar which is also the official calendar of Bangladesh. This festival is celebrated on 14/15 April in Bangladesh and in the Indian states of West Bengal, Tripura and some parts of Jharkhand and Assam by Bengalis regardless of religious faith. On this day people dress up in new clothes and share sweets with friends and family. #শুভ_নববর্ষ_১৪৩১, #পহেলা_বৈশাখ_১৪৩১ #nobo_borsho_1431, #Shubho_Noboborsho, #new_year, #Poila_Boisakh
... See MoreSee Less
2 weeks ago
Celebrate Chaitra Navratri Meerapur Durga Pujaइस बार हिंदू नववर्ष की शुरुआत विक्रम संवत 2081, 09 अप्रैल मंगलवार के दिन से हो रही है। मान्यता है कि ब्रह्मा जी ने जब सृष्टि की रचना की थी उस दिन चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि थी। इसी वजह से सनातन धर्म में इस तिथि से हिंदू नववर्ष की शुरुआत मानी जाती है। मध्य भारत में मां दुर्गा को समर्पित चैत्र नवरात्रि का पर्व इसी दिन से आरम्भ होता है| बंगाल में बासंती दुर्गा पूजा का आयोजन भी इसी दौरान होता है|
... See MoreSee Less
4 weeks ago
Celebrate Holi@MeerapurDurgaPuja.Comहोली का त्योहार मुख्य रूप से वसंत ऋतु यानी कि वसंत की फसल के समय मनाया जाता है जो सर्दियों के अंत का प्रतीक भी माना होता है और हिंदू कैलेंडर के फाल्गुन महीने में मनाई जाती है। फाल्गुन मास की पूर्णिमा की रात को होलिका दहन किया जाता है और चैत्र कृष्ण प्रतिपदा को रंगोत्सव मनाया जाता है। यानी कि होली खेली जाती है। यह उत्सव फाल्गुन पूर्णिमा तिथि की रात होलिका दहन से ही शुरू हो जाता है और दो दिन तक मनाया जाता है। पौराणिक कथा एवं पुराणों के अनुसार रंग वाली होली खेलने का संबंध भगवान श्रीकृष्ण और ब्रज की किशोरी राधा रानी से है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार श्री कृष्ण ने ग्वालों के संग मिलकर होली खेलने की प्रथा शुरू की थी। यही कारण है कि आज भी ब्रज में धूमधाम से होली खेली जाती है।सिक्खों के पवित्र धर्मस्थान श्री आनन्दपुर साहिब मे होली के अगले दिन से लगने वाले मेले को होला मोहल्ला कहते हैं। यहाँ पर होली पौरुष के प्रतीक पर्व के रूप में मनाई जाती है। इसीलिए दशम गुरू गोविंद सिंह जी ने होली के लिए पुल्लिंग शब्द होला मोहल्ला का प्रयोग किया।#holi, #holikadahan, #holikadahan2024, #होली , #होली2024, #festivalofcolors
... See MoreSee Less